इन दिनों भारतीय शेयर बाजार में छोटे बैंकिंग शेयरों ने सबका ध्यान खींचा है खासकर Yes Bank जैसा शेयर, जिसकी कीमत ज्यादा नहीं है, लेकिन उसमें बढ़ने की अच्छी संभावना दिखाई दे रही है। निवेशक अब बड़ी कंपनियों के बजाय छोटे शेयरों में भी मौका तलाश रहे हैं। बाजार में यह धारणा बन गई है कि छोटे बैंकों के शेयर आने वाले समय में तेज बढ़ सकते हैं, क्योंकि बैंकिंग सेक्टर में सुधार और डिजिटल ग्रोथ दोनों साथ चल रहे हैं।
यस बैंक का वित्तीय प्रदर्शन
Yes Bank, जो एक निजी क्षेत्र का प्रमुख बैंक है, हाल ही में अपने नतीजों को लेकर चर्चा में रहा है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बैंक ने 654 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 18 प्रतिशत ज्यादा है। उसी दौरान बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम यानी NII भी बढ़कर 2301 करोड़ रुपये हो गई, जो साल दर साल 4.6 प्रतिशत की बढ़त दिखाती है। बैंक की एसेट क्वालिटी इस तिमाही में स्थिर रही और एनपीए यानी खराब ऋण में खास बदलाव नहीं हुआ। यह दिखाता है कि बैंक अपना कर्ज प्रबंधन और निवेश नीति अच्छी तरह संभाल रहा है। इस स्थिरता ने निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है।
यस बैंक का शेयर प्रदर्शन
अक्टूबर 2025 में जारी रिपोर्ट के अनुसार Yes Bank का शेयर 22.73 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। पिछले छह महीनों में यह करीब 26 प्रतिशत ऊपर गया है और एक साल में लगभग 8.63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। अगर सेंसेक्स की तुलना करें, तो उसी समय में सेंसेक्स सिर्फ 3.90 प्रतिशत बढ़ा है। इसका 52 हफ्तों का उच्च स्तर 24.30 रुपये और न्यूनतम स्तर 16.02 रुपये पर रहा है।
यस बैंक शेयर पर विशेषज्ञों की राय
ब्रोकरेज कंपनी Emkay Global Financial Services ने Yes Bank का लक्ष्य मूल्य पहले 19 रुपये तय किया था, जिसे अब बढ़ाकर 12 प्रतिशत अधिक किया गया है। वहीं, कई बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि बैंक की मजबूत वित्तीय स्थिति, रिटेल निवेशकों की रुचि, और बैंकिंग सेक्टर में बढ़ते रुझान को देखते हुए इसका भाव 35 से 40 रुपये तक जा सकता है। कुछ निवेश सलाहकारों का तो कहना है कि 2025 के आखिर तक यह शेयर 40 रुपये का स्तर छू सकता है।
यस बैंक शेयर में निवेश
Yes Bank ने बीते तीन सालों में बैंक ने डिजिटल बैंकिंग को काफी बढ़ावा दिया है, लोन देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई है और एसेट क्वालिटी में सुधार किया है। सरकारी योजनाओं और आर्थिक प्रोत्साहन के चलते भी बैंकिंग सेक्टर को बढ़ावा मिला है। खास बात यह है कि अब डिजिटल लेनदेन में हर साल 10 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हो रही है, जो छोटे बैंकों की ग्रोथ को और आगे बढ़ा रही है। हालांकि किसी भी निवेश से पहले बैंक की बैलेंस शीट, एनपीए, मार्केट कैप और पिछली तिमाही के नतीजों को जरूर जांचना चाहिए।
(यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे किसी निवेश सलाह के रूप में न लें। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।)