Adani Green सहित इस 1 स्टॉक पर रखो नज़र, Promoters ने बढ़ा दी है अपनी हिस्सेदारी

जब किसी कंपनी के Promoters अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो ज़्यादातर लोग इसे अच्छा संकेत मानते हैं। इससे लगता है कि प्रमोटर को अपनी कंपनी पर भरोसा है और वो इसे लंबे समय तक चलाना चाहते हैं। ऐसा कदम देखकर बाकी निवेशकों को भी भरोसा आता है कि कंपनी की हालत ठीक है और उसका भविष्य अच्छा हो सकता है, पर हर बार कहानी इतनी सीधी नहीं होती। कभी-कभी प्रमोटर सिर्फ इसलिए भी शेयर बढ़ाते हैं ताकि कंपनी पर उनका कंट्रोल बना रहे या कोई बड़ी कंपनी उसे खरीद न पाए। चलिए आपको उन दोनों कंपनियों के बारे में डिटेल में बताते हैं।

अदाणी ग्रीन एनर्जी

अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), अदाणी ग्रुप की एक बड़ी कंपनी है जो सौर और पवन ऊर्जा से बिजली बनाती है। इसका मुख्य काम साफ-सुथरी और पर्यावरण के लिए बेहतर बिजली बनाना है। कंपनी भविष्य में भारत ही नहीं, दुनिया के और देशों में भी अपने काम को बढ़ाना चाहती है। सितंबर 2025 तक कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 61.91% से बढ़कर 62.44% हो गई। यानी उन्होंने करीब 0.53% और शेयर खरीदे। इससे पता चलता है कि प्रमोटर को कंपनी की आगे की ग्रोथ पर भरोसा है और वो लंबे समय तक इससे जुड़े रहना चाहते हैं।

इस दौरान कंपनी के शेयर की कीमत में थोड़ा इज़ाफा हुआ और यह 1060 रुपये से बढ़कर 1061.75 रुपये तक पहुंच गई। कंपनी की आमदनी भी पहले के मुकाबले काफ़ी बढ़ गई। पहले जहां कंपनी की आय ₹2794 करोड़ थी, अब ये ₹3800 करोड़ तक पहुंच गई है। मुनाफ़ा भी ₹629 करोड़ से बढ़कर ₹824 करोड़ हो गया है। ये सब बातें दिखाती हैं कि कंपनी सही दिशा में जा रही है और प्रमोटर का भरोसा सही वजह से है।

पूनावाला फिनकॉर्प

पूनावाला फिनकॉर्प (Poonawalla Fincorp) एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है। पहले इसका नाम मैग्मा फिनकॉर्प था, लेकिन बाद में ये पूनावाला ग्रुप का हिस्सा बन गई। यह कंपनी उन लोगों को लोन देती है जो अभी तक बैंक की सुविधा से दूर थे। कंपनी का मकसद है कि छोटे शहरों और कस्बों तक लोन की सुविधा पहुंचाई जाए ताकि ज़्यादा लोग अपने सपने पूरे कर सकें।

सितंबर 2025 में प्रमोटर की हिस्सेदारी 62.46% से बढ़कर 63.97% हो गई, यानी करीब 1.51% की बढ़ोतरी हुई। इसका मतलब ये है कि प्रमोटर इस कंपनी के भविष्य को लेकर आशावादी हैं और इसे मज़बूत बनाना चाहते हैं। शेयर की कीमत में भी थोड़ा बढ़ाव दिखा, जो ₹539.55 से बढ़कर ₹540.45 हो गया। कंपनी की कमाई में भी सुधार हुआ है, पहले ये ₹978 करोड़ थी जो अब ₹1314 करोड़ हो गई। लेकिन मुनाफ़ा घटकर ₹292 करोड़ से सिर्फ ₹63 करोड़ रह गया है। इसका मतलब है कि कंपनी का खर्चा बढ़ा है या कुछ दिक्कतें अभी बाकी हैं।

यह लिखा सिर्फ समझाने के लिए है। इसे निवेश की सलाह न मानें। किसी भी कंपनी के शेयर में पैसा लगाने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से ज़रूर बात करें। शेयर बाजार में पैसा लगाना हमेशा जोखिम के साथ आता है, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं।

Leave a Comment