Defense PSU Stock बनने वाला है रॉकेट, कंपनी को मिला ₹2000 करोड़ से ज्यादा का मेगा ऑर्डर

Defense PSU Stock : देश की जानी-मानी शिप बनाने वाली कंपनी Cochin Shipyard के शेयर बाजार में चर्चा में रहे यह शेयर लगभग दो प्रतिशत चढ़कर करीब 1,782 रुपये तक पहुंच गया। यह बढ़त किसी सामान्य वजह से नहीं आई, बल्कि कंपनी को मिले एक बड़े ऑर्डर के कारण आई है। जब भी कंपनी को इस तरह का मेगा ऑर्डर मिलता है, तो निवेशकों का भरोसा बढ़ता है और स्टॉक की कीमत ऊपर जाती है।

ऑर्डर की डिटेल

कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी जानकारी में बताया कि उसे एक प्रमुख यूरोपीय ग्राहक से ‘मेगा ऑर्डर’ मिला है। Cochin Shipyard ने कहा कि जिन ऑर्डरों की कीमत 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होती है, उन्हें ‘मेगा कैटेगरी’ में रखा जाता है। इस बार कंपनी को जो प्रोजेक्ट मिला है, वह छह फीडर कंटेनर जहाजों के डिजाइन और निर्माण से जुड़ा है। ये जहाज LNG (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) से चलेंगे, जिससे यह पर्यावरण के अनुकूल और आधुनिक तकनीक वाले जहाज होंगे। कंपनी का कहना है कि इस ऑर्डर के लिए Letter of Intent यानी शुरुआती समझौते पर 14 अक्टूबर को हस्ताक्षर हो चुके हैं। अब जल्द ही इसका अंतिम कॉन्ट्रैक्ट साइन किया जाएगा जिसमें तकनीकी और आर्थिक शर्तों की पूरी जानकारी होगी।

Cochin Shipyard की ऑर्डर बुक

इस बड़े ऑर्डर के साथ कोचीन शिपयार्ड की कुल ऑर्डर बुक अब करीब 21,100 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। जून तिमाही के अंत में यह आंकड़ा लगभग 22,500 करोड़ रुपये था, यानी अभी भी कंपनी के पास काफी काम बाकी है। यह दिखाता है कि आने वाले महीनों में कंपनी के पास स्थिर कारोबार रहेगा। किसी भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के लिए ऑर्डर बुक का मजबूत होना भविष्य की कमाई का साफ संकेत होता है। कोचीन शिपयार्ड के पास रक्षा से लेकर व्यापारिक जहाजों तक कई तरह के प्रोजेक्ट हैं, जिससे उसकी आय स्थिर और विविध बनी रहती है।

कोचीन शिपयार्ड शेयर परफॉरमेंस

बाजार में इस खबर के आने के बाद कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में तेजी देखी गई। रक्षा और समुद्री क्षेत्र की यह कंपनी निवेशकों की नजर में पहले से भरोसेमंद मानी जाती है। हालांकि पिछले एक महीने में इसके शेयर करीब 1.6 प्रतिशत गिरे हैं, लेकिन पूरे साल 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें करीब 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका मतलब है कि लंबे समय के निवेशकों को अभी भी इस स्टॉक पर भरोसा है। ताजा ऑर्डर मिलने के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की कमाई आने वाले समय में और बढ़ सकती है, जिससे शेयर में और तेजी संभव है।

निष्कर्ष

इस तरह के इको-फ्रैंडली और एनर्जी-एफिशिएंट जहाजों की मांग दुनिया भर में बढ़ रही है सरकार भी स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लगातार नई योजनाएँ ला रही है, जिससे कोचीन शिपयार्ड जैसी कंपनियों को काफी फायदा मिल रहा है। आने वाले समय में अगर कंपनी इन प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करती है, तो न सिर्फ उसकी कमाई बढ़ेगी बल्कि वह अन्य वैश्विक ग्राहकों के बीच भी पसंदीदा विकल्प बन सकती है।

Leave a Comment