आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मुकेश अंबानी की टेक्सटाइल क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी है। बीते कुछ महीनों में इसके शेयर निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। पिछले सोमवार को कंपनी का शेयर करीब 2 प्रतिशत गिरकर ₹17.18 पर बंद हुआ था। हालांकि यह गिरावट बाजार की हलचल के कारण रही। फिलाहल में दिवाली होने की वजह से बाजार बंद हैं, लेकिन फिर भी इस कंपनी के प्रदर्शन पर सबकी नजर बनी हुई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025–26 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के नतीजे जारी किए हैं, जिनमें थोड़ी राहत देखी गई है।
तिमाही नतीजे में कंपनी का घाटा
आलोक इंडस्ट्रीज के लिए यह तिमाही पिछले कुछ समय की तुलना में थोड़ी बेहतर रही है। कंपनी ने अपने घाटे को काफी हद तक कम किया है। इस बार कंपनी को ₹162 करोड़ का कंसॉलिडेटेड लॉस हुआ, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में नुकसान ₹262 करोड़ के आसपास था। यानी कंपनी ने लगभग ₹100 करोड़ का घाटा घटाया है। यह कंपनी के लिए एक अच्छा संकेत है क्योंकि इससे यह दिखता है कि वह अपने खर्च और उत्पादन प्रक्रिया को बेहतर बना रही है।
तिमाही नतीजे में कंपनी की आय
इस बार कंपनी की आय में भी सुधार देखा गया है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आलोक इंडस्ट्रीज की कुल आय ₹941 करोड़ रही, जबकि पिछले साल इसी समय यह ₹885 करोड़ थी। यह 6 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी है। इसका मतलब है कि कंपनी धीरे-धीरे अपने बिजनेस को वापस ट्रैक पर ला रही है। खास बात यह रही कि कंपनी का टैक्स से पहले का नुकसान भी पहले से काफी घट गया है। इस सुधार ने निवेशकों के बीच भरोसा थोड़ा मजबूत किया है।
तिमाही नतीजे में कंपनी का कारोबार
अगर कंपनी के स्टैंडअलोन नतीजों की बात करें, तो वहां भी स्थिति पहले से बेहतर हुई है। अकेले आधार पर कंपनी को ₹201 करोड़ का नुकसान हुआ, जो पिछले साल ₹260 करोड़ था। यानी घाटा घट रहा है और कारोबार सुधर रहा है। वहीं, कंपनी की आय करीब 5.5 प्रतिशत बढ़कर ₹901 करोड़ हो गई है। यह इस बात को दिखाता है कि कंपनी के मुख्य बिजनेस से आय में सुधार जारी है। उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने की कोशिशें अब असर दिखाने लगी हैं।
आलोक इंडस्ट्रीज क्या करती है
आलोक इंडस्ट्रीज एक बड़ी और इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल कंपनी है। इसका मतलब यह है कि यह कपड़ा बनाने की पूरी प्रक्रिया खुद करती है। कंपनी कॉटन और पॉलिएस्टर दोनों तरह के उत्पाद बनाती है। इसमें धागा तैयार करना, बुनाई करना, रंगाई, मेंडिंग और पैकिंग जैसे सभी काम शामिल हैं। यह कंपनी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशी बाजारों में भी अपने प्रोडक्ट भेजती है। इसके ग्राहक बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स, रिटेलर्स और परिधान निर्माता हैं। इसलिए कंपनी के प्रदर्शन का असर सिर्फ भारतीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी पड़ता है।
निवेशकों के लिए संकेत
जिन निवेशकों ने पहले से आलोक इंडस्ट्रीज में पैसा लगाया हुआ है, उनके लिए यह खबर थोड़ी राहत भरी है क्योंकि घाटा घट रहा है और आय बढ़ रही है। हालांकि शेयर अभी भी बहुत सस्ते स्तर पर हैं, इसलिए इसमें जोखिम भी है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक कंपनी लगातार दो–तीन तिमाही तक बेहतर नतीजे नहीं दिखाती, तब तक बड़े रिटर्न की उम्मीद रखना जल्दबाजी होगी। मजबूत बुनियाद बनने में कुछ समय लग सकता है।
(यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे निवेश सलाह न समझें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)