₹125 के Railway PSU स्टॉक पर टूट पड़े निवेशक, 24 अक्टूबर को होने वाला है कुछ खास

Railway PSU : हाल ही में रेलवे सेक्टर की सरकारी कंपनी इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन यानी IRFC के शेयर में अच्छी बढ़त देखने को मिली। कंपनी ने अपनी सितंबर तिमाही का रिजल्ट बताया, जिसमें उसे मुनाफे के मामले में काफी अच्छा प्रदर्शन मिला। हालांकि, रेवेन्यू थोड़ा गिरा है, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने अपने शेयर होल्डर्स को डिविडेंड का तोहफा देने का फैसला किया। इस खबर के बाद शेयर मार्केट में भी कंपनी के स्टॉक को लेकर पॉजिटिव माहौल नजर आया।

IRFC के वित्तीय नतीजे

आईआरएफसी ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट करीब 10 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ने इस तिमाही में लगभग 1,777 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में मुनाफा 1,613 करोड़ रुपये था। यानी कंपनी ने कमाई के मोर्चे पर अच्छा काम किया है। हालांकि, रेवेन्यू यानी आय में कुछ गिरावट आई। ऑपरेशन से रेवेन्यू 8 प्रतिशत घटकर 6,372 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल इसी समय यह 6,899 करोड़ रुपये था। यानी कंपनी ने खर्चों पर कंट्रोल रखते हुए फायदा बढ़ाया है, लेकिन उसकी कुल इनकम थोड़ी कम रही।

पिछली तिमाही से तुलना

इस बार कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) भी थोड़ा बढ़ा है। पिछले त्रैमासिक नतीजों के मुकाबले यह करीब 1.7 प्रतिशत बढ़ा है। पहली तिमाही में कंपनी का यह आंकड़ा 1,746 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1,777 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि कंपनी का कुल रेवेन्यू अप्रैल-जून तिमाही के 6,915 करोड़ रुपये से करीब 8 प्रतिशत घटकर 6,372 करोड़ रुपये पर आ गया। भले ही इनकम घटी हो, लेकिन कंपनी ने अपने खर्चों को अच्छी तरह मैनेज करके मुनाफे को बनाए रखा।

IRFC डिविडेंड की जानकारी

कंपनी ने अपने निवेशकों को खुश करने के लिए डिविडेंड देने की घोषणा की है। आईआरएफसी ने कहा है कि वह प्रति शेयर 1.05 रुपये का फाइनल डिविडेंड देगी। इसका मतलब है कि जिन्होंने कंपनी के शेयर खरीदे हैं, उन्हें इस रक़म के अनुसार भुगतान मिलेगा। डिविडेंड के लिए कंपनी ने 24 अक्टूबर 2025 को रिकॉर्ड डेट रखा है। यानी उसी दिन तक जिन लोगों के पास शेयर होंगे, वे इस डिविडेंड के हकदार होंगे। कंपनी ने बताया कि इस राशि का भुगतान घोषणा की तारीख से 30 दिनों के अंदर कर दिया जाएगा।

ब्याज से मिला फायदा

कंपनी ने इस तिमाही में ब्याज आय से भी अच्छा फायदा कमाया है। सितंबर तिमाही में कंपनी की ब्याज आय 2,829 करोड़ रुपये रही। यह पिछली तिमाही की 1,497 करोड़ रुपये और पिछले साल की इसी तिमाही की 1,921 करोड़ रुपये से कहीं ज़्यादा है। इससे साफ दिखता है कि कंपनी के फाइनेंशियल मॉडल और उधारी के काम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके चलते कंपनी के पास स्थिर इनकम बनी रही, जिससे उसका कुल मुनाफा भी मजबूत हुआ।

लीज़ इनकम में कमी

हालाँकि कंपनी की लीज़ से होने वाली इनकम में थोड़ी गिरावट देखी गई है। सितंबर तिमाही में यह 3,543 करोड़ रुपये रही, जबकि जून तिमाही में यह 5,404 करोड़ रुपये थी। वहीं पिछले साल की दूसरी तिमाही में यह 4,979 करोड़ रुपये थी। इसका असर कुछ हद तक रेवेन्यू पर पड़ा, लेकिन मुनाफे पर इसका ज्यादा बड़ा असर नहीं हुआ। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कंपनी ने अपने ऑपरेशन को कुशलता से चलाया और खर्चों पर ध्यान रखा।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। निवेश करने से पहले अपनी जांच और विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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