टाटा ग्रुप का शेयर ₹1410 से लुड़कर ₹544 पर आ गया शेयर का भाव

Tejas Networks Share : टाटा ग्रुप की कंपनी तेजस नेटवर्क्स के निवेशकों के लिए शुक्रवार और सोमवार का दिन परेशानी भरा रहा। 20 अक्टूबर को कंपनी के शेयरों में लगभग 8% की गिरावट आई, और ये गिरकर करीब 539 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंच गए। यह गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजे सामने आने के बाद हुई। लगातार तीसरी बार कंपनी ने घाटा दर्ज किया है, जिससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया है।

तिमाही नतीजे

तेजस नेटवर्क्स ने 17 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद जुलाई से सितंबर 2025 की तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसे 307.17 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 275.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। यानी एक साल में कंपनी का प्रदर्शन पूरी तरह उलट गया। खराब प्रदर्शन का प्रमुख कारण कंपनी की बिक्री में तेज गिरावट को माना जा रहा है।

रेवेन्यू का प्रदर्शन

कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल 90.7% घटकर सिर्फ 261.37 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 2,810.14 करोड़ रुपये था। इतने बड़े पैमाने पर रेवेन्यू की गिरावट कंपनी के ऑपरेशंस पर सीधा असर डाल रही है। विश्लेषकों के अनुसार, यह दिखाता है कि कंपनी को अपने प्रोजेक्ट्स और ऑर्डर्स में कठिनाई हो रही है। कई सरकारी व निजी प्रोजेक्ट्स में देरी की वजह से भी यह असर देखा जा रहा है।

EBITDA पर असर

EBITDA स्तर पर भी कंपनी के आंकड़े कमजोर रहे। सितंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA लॉस 293.7 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 534.45 करोड़ रुपये का EBITDA प्रॉफिट दर्ज किया था। इस बदलाव से साफ है कि कंपनी की लाभप्रदता पर भारी दबाव है और खर्च बढ़ने से उसके मुनाफे पर निगेटिव असर हुआ है।

साल की पहली छमाही

वित्त वर्ष 2025–26 की पहली छमाही में भी कंपनी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा। इस अवधि में कंपनी की कुल रेवेन्यू 90% घटकर 463.8 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल इसी समय यह 4,374 करोड़ रुपये थी। इतना ही नहीं, कंपनी ने इस अवधि में 501 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले साल उसे 352.66 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इससे साफ है कि कंपनी के लिए यह साल अब तक कठिन रहा है।

निवेशकों के लिए

तेजस नेटवर्क्स की ट्रेड रिसीवेबल्स यानी बकाया रकम भी बढ़कर 4,026 करोड़ रुपये हो गई है, जो पिछले साल 3,758 करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि कंपनी को अपने ग्राहकों से पैसे की वसूली में मुश्किल हो रही है। इस वजह से कंपनी की नकदी की स्थिति कमजोर हो सकती है। सोमवार सुबह कंपनी के शेयर करीब 8% की गिरावट के साथ 544.30 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक इसके शेयरों में करीब 54% की गिरावट आ चुकी है। निवेशकों के बीच यह गिरावट चिंता का कारण बनी हुई है क्योंकि लगातार घाटे और कमजोर आदेशों ने भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Leave a Comment